गढ़वा। आज 19 फरवरी को जल है तो कल है और मिट्टी है तो जीवन है, उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए ' जल लाए धन-धान्य ' थीम के...
गढ़वा। आज 19 फरवरी को जल है तो कल है और मिट्टी है तो जीवन है, उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए ' जल लाए धन-धान्य ' थीम के साथ चिनियां प्रखंड में तीन दिवसीय ग्राम स्तरीय जलछाजन परियोजना जागरूकता अभियान का समापन हो गया। आज हुए कार्यक्रम में मुख्य रूप से गढ़वा विधायक सतेंद्रनाथ तिवारी,उपायुक्त शेखर जमुआर तथा वन प्रमंडल पदाधिकारी दक्षिणी वन प्रमंडल एबिन बेन्नी एब्राह्म ने भाग लिया।यह कार्यक्रम भूमि संसाधन विभाग, भारत सरकार द्वारा संचालित प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के तहत झारखंड राज्य जलछाजन मिशन, ग्रामीण विकास विभाग, झारखंड सरकार द्वारा आयोजित जलछाजन कार्यक्रम, वन प्रमंडल पदाधिकारी दक्षिणी वन प्रमंडल द्वारा चिनिया प्रखंड में क्रियान्वित किया गया।वाटरशेड यात्रा महोत्सव का शुभारम्भ शिवराज सिंह चौहान, मंत्री - ग्रामीण विकास विभाग, भारत सरकार द्वारा 05 फरवरी को मध्य प्रदेश के शिवहर जिले से किया गया, इसी क्रम में झारखण्ड जलछाजन मिशन ग्रामीण विकास विभाग झारखण्ड सरकार द्वारा राँची से इसका शुभारंभ किया गया।इस यात्रा/महोत्सव का मुख्य उदेश्य मृदा एवं जल संरक्षण हेतु लोगों में जन भागीदारी के माध्यम से जलछाजन के बारे में जागरूकता, ग्रामीणों की सहभागिता बढ़ाने, प्राकृतिक संसाधनों जैसे- उपजाऊ मिट्टी, भू-गर्भ जल, जंगल, पशुधन का उचित प्रबंधन करने तथा खेती एवं आजीविका को बढ़ाकर लोगों के जीवन स्तर में सुधार करना है।इस यात्रा के तहत विगत दिनों जागरूकता रथ को हरी झंडी दिखाकर समाहरणालय परिसर,गढ़वा से परियोजना क्षेत्र चिनियां के लिए प्रस्थान करते हुए तीन दिनों का ग्राम स्तरीय जागरूकता अभियान चलाया गया।जलछाजन परियोजना ( प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना 2.0) का संचालन भूमि संसाधन विभाग, ग्रामीण विकास विभाग, भारत सरकार द्वारा राज्य के सहयोग से क्रियान्वित की जा रही है, इसके तहत गढ़वा जिला में एक परियोजना चिनियां प्रखण्ड के कुल 06 पंचायतो के 17 गांवों में परियोजना क्रियान्वयन एजेंसी वन प्रमण्डल पदाधिकारी, दक्षिणी वन प्रमण्डल गढ़वा द्वारा क्रियान्वित किया गया।इस परियोजना के अन्तर्गत कई मदों के माध्यम से कार्य किया गया, जिसमें मुख्य रूप से प्रवेश मूलक कार्य, क्षमतावर्धन मद, प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन, आजीविका संबर्धन, उत्पादन क्षमता प्रणाली आदि थे।उपायुक्त श्री जमुआर ने जलछाजन के बारे में बताया कि यह एक भूजलीय इकाई है, जहां विभिन्न स्रोतों से एकत्रित जल एक साझा बिन्दु से प्रवाहित होकर नदी नाला में बहकर चला जाता है। झारखण्ड की भौगोलिक संरचना विशेष कर गढ़वा जिला जहां अनियमित वर्षा के कारण अधिकांश क्षेत्र सूखा तथा कृषि कार्य को प्रभावित करती है, जिसके कारण जलछाजन कार्यक्रम की प्रासंगिकता और बढ़ जाती है। इस कार्यक्रम द्वारा संसाधनों का सही उपयोग तथा वर्षा जल का समुचित प्रबंधन कर ग्रामीण क्षेत्र का सर्वागीण विकास संभव है।गढ़वा विधायक श्री तिवारी ने जलछाजन कार्यक्रम के उद्देश्य के बारे में बताते हुए कहा कि इसके द्वारा जल, जंगल, जानवर, जन तथा जमीन का उचित संरक्षण एवं विकास करना। परिस्थितिकी में सही संतुलन स्थापित करना । मिट्टी के कटाव को रोकना। प्राकृतिक तथा वनस्पतियों को पुनर्जीवित करना। वर्षा जल का संरक्षण तथा भू-जल को बढ़वा देना। मिश्रित खेती तथा खेती के नई तकनीकों को बढ़वा देना। टिकाउ जीविकोपार्जन पद्ती को बढ़वा देना हैं।इसी उद्देश्य से गढ़वा जिला के चिनियां प्रखंड अन्तर्गत संचालित जलछाजन परियोजना कुल 06 पंचायतों के 17 गाँवों में कुल 5977.55 हेक्टेयर भूमि में ग्रामीण विकास विभाग अन्तर्गत जलछाजन परियोजना क्रियान्वित की जा रही है, जिसके तहत प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन, आजीविका समवर्धन तथा उत्पादन क्षमता प्रणाली जैसे घटकों के माध्यम से कृषि उत्पादकता तथा आय में बढ़ोतरी होगी। इस कार्यक्रम में भोला यादव, गनेश्वर यादव, राजू परहिया सहित अन्य को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया तथा कौशल आजीविका सखी मंडल समूह, उमा, सरिता, जयंती(SHG) आदि समूह को मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया।आज कार्यक्रम में उपरोक्त के अलावे मुखिया चिनियां, जिला तकनीकी विशेषज्ञ प्रमोद सेठ, डीआरडीबी के कार्यालय प्रबंधक मिथिलेश कुमार, सहायक मुकेश कुमार सहित अन्य लोग मौजूद रहे।
************************************ फाइलेरिया से रोकथाम के लिए चलाए जा रहे एमडीए राउंड को लेकर जिला का 2nd समन्वय समिति की बैठक संपन्न, उपायुक्त ने दिए कई निर्देश
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गढ़वा। आज समाहरणालय सभागार में उपायुक्त शेखर जमुआर की अध्यक्षता में फाइलेरिया से रोकथाम के लिए चलाए जा रहे एमडीए राउंड को लेकर जिला का 2nd समन्वय समिति बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें एमडीए कार्यक्रम की समीक्षा की गई।
स्वास्थ्य विभाग से सिविल सर्जन डॉ0 अशोक कुमार और जिला भीबीडी कंसल्टेंट अरविंद द्विवेदी ने जानकारी देते हुए बताया कि 10 फरवरी से 25 फरवरी तक चलाए जाने वाले एमडीए कार्यक्रम में अबतक 827563 लोगों को फाइलेरिया रोधी दवा एलबेंडाजोल और डीईसी को खिलाया गया है । वर्ष 2025 में 1378341 जनसंख्या को दवा खिलाने का लक्ष्य सुनिश्चित किया गया है। जिसमें अबतक 60 प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि यह दवा 2 साल से छोटे बच्चों, गर्भवती महिलाओं और अत्यंत बीमार व्यक्ति को इसका सेवन नहीं करना हैं।
इस दौरान कई जगहों यथा रंका के दर्जी मोहल्ला, सोनार मोहल्ला तथा कल्याणपुर पंचायत के कई लोगों ने अभी तक दवा नहीं खा पाये है उनको भी फिर से इसके बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए दवा के फायदे के बारे में बताते हुए सेवन कराया जा रहा है। उपायुक्त शेखर जमुआर ने फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के तहत चलाए जाने वाले इस अभियान को बैठक में उपस्थित शिक्षा विभाग,स्वास्थ्य विभाग, जेएसएलपीएस के सभी ब्लॉक एमओआईसी और बीपीएम के समन्वय से सभी लोगों को इसके प्रति जगरूक करते हुए उन्हें दवा खिलाने की बात कही। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम को सफल बनाने में जेएसएलपीएस की सखी दीदी को इस कार्य में सम्मिलित किया जाए। सभी एमओआईसी कार्यक्रम के प्रति अपनी भूमिका को समझे और कार्यक्रम को सफल बनाए। फाइलेरिया कार्यक्रम के लिए सहयोगी संस्था पिरामल फाउंडेशन की टीम के द्वारा लोगों को जगरूक करने को लेकर नुक्कड़ नाटक, रात्रि चौपाल पंचायती राज संस्थान और स्थानीय जनप्रतिनिधियों के सहयोग से लोगों को जागरूक किया जा रहा है ताकि बड़ी संख्या में लोग इस दवा का सेवन कर फाइलेरिया जैसी गंभीर बीमारी से खुद को तथा परिवार को भी बचाये एवं दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करें।उक्त बैठक में स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग, सभी ब्लॉक के एमओआईसी, जेएसएलपीएस, सूचना एवं जनसंपर्क विभाग, पिरामल फाउंडेशन, गोपीनाथ सिंह महिला कॉलेज की प्रोफेसर समेत कई लोग उपस्थित थे।
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एसडीएम के निमंत्रण पर कॉफी पर पहुंचे श्रमिक, किया संवाद
अंगवस्त्र ओढ़ाकर किया श्रमशक्ति का सम्मान, योजनाओं की दी जानकारी
11 श्रमिकों का त्वरित निबंधन, चार को मौके पर दिया गया श्रमिक कार्ड
असंगठित श्रमिक' समुदाय की समस्याओं को सुना, सुझाव भी लिए
गढ़वा। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत इस सप्ताह के "कॉफी विद एसडीएम" में आमंत्रित समूह के रूप में क्षेत्र के असंगठित क्षेत्र के दिहाड़ी मजदूर समुदाय के लोगों ने भाग लिया। बुधवार पूर्वाह्न 11:00 से 12:00 बजे के बीच आयोजित हुये इस कार्यक्रम में अनुमंडल पदाधिकारी संजय कुमार ने गढ़वा क्षेत्र के श्रमिकों के साथ अपने सभाकक्ष में कॉफी के दौरान संवाद किया। श्रमिकों में महिला एवं पुरुष दोनों का प्रतिनिधित्व रहा। इस दौरान आमंत्रित लोगों ने अपनी निजी समस्याओं के अलावा मजदूर कल्याण से जुड़े कुछ सामूहिक विषयों को रखा। एसडीओ श्री कुमार ने उपस्थित सभी को आश्वस्त किया कि उनकी समस्याओं और शिकायतों का यथासंभव निस्तारण करने का प्रयास किया जाएगा।
कार्यक्रम में पहुंचे श्रमिकों को अनुमंडल पदाधिकारी संजय कुमार ने अंगवस्त्र प्रदान कर सम्मानित किया और समाज में उनके योगदान को रेखांकित किया। इस पर आमंत्रित लोगों ने प्रशासन के प्रति धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि उन्हें पहली बार इस प्रकार सम्मान दिया जा रहा है।"कॉफ़ी विद एसडीएम" की इस कड़ी में मुख्य आमंत्रित अतिथि के रूप में जिला परिवहन पदाधिकारी सह जिला कल्याण पदाधिकारी धीरज प्रकाश एवं श्रम अधीक्षक संजय आनंद भी मौजूद थे। आमंत्रित अतिथियों ने क्रमशः परिवहन विभाग, कल्याण विभाग तथा श्रम नियोजन प्रशिक्षण एवं कौशल विकास से संबंधित कल्याणकारी योजनाओं के बारे में सभी श्रमिकों को विस्तार से आम बोलचाल की भाषा में जानकारी दी।एसडीएम श्री कुमार तथा श्रम अधीक्षक श्री आनंद ने आमंत्रित सभी श्रमिकों के माध्यम से जिले भर के श्रमिकों से अपील की कि वे अपना निबंधन जरूर करवा लें। श्रमिक निबंधन से क्या-क्या फायदे होते हैं इस बारे में भी सभी को समझाया गया। श्रमिकों से जुड़ी योजनाओं जैसे कि श्रमिक सेफ्टी किट, औजार सहायता योजना, पुत्र पुत्री हेतु छात्रवृत्ति योजना, झारखंड निर्माण कर्मकार सहायता योजना, चिकित्सा प्रतिपूर्ति योजना, मातृत्व सुविधा योजना, विवाह सहायता योजना, पेंशन योजना आदि के बारे में भी बताया गया। कार्यक्रम के दौरान ही चार श्रमिकों सत्येंद्र राम, सदाश रजवार, शीलवंती देवी व राजेश कुमार को श्रमिक कार्ड उपलब्ध कराया गया। वही 11 अन्य श्रमिकों का मौके पर ही निबंध करवाया गया। इन श्रमिकों के निबंधन का निबंधन शुल्क एसडीएम के द्वारा प्रदान किया गया।
श्रमिक कल्याण से जुड़ी समस्याओं और सुझावों के अलावा श्रमिकों द्वारा निजी समस्याएं भी एसडीएम के समक्ष रखीं गईं। अमरेश मेहता ने कहा कि नल जल योजना के तहत उनके मोहल्ले में जो बोरिंग हुआ है वह 2 साल के बाद भी शुरू नहीं हो सका। महुलिया के शंकर टोला निवासी दो श्रमिकों ने अपने यहां गांव में पक्के रोड की मांग रखी। वहीं चिरौनिया निवासी आशा देवी ने लगान रसीद नहीं कटने की शिकायत की। सुशीला पासवान ने बताया कि उनके बेटे को टेंपो में धक्का मार दिया था उस पर उन्हें सरकारी आर्थिक राहत चाहिए। ऐसी ही कुछ अन्य समस्यायें रखी गयी, सभी को नियमानुसार निस्तारण का भरोसा दिया गया।
इस कार्यक्रम के दौरान सावित्री गोंड, राजकुमारी देवी, अंजू देवी, ललिता देवी, मुंशी देवी, सुशीला पासवान, अमरेश मेहता, धर्मेंद्र कुमार, शिव शंकर, मनोज कुमार, रामवृक्ष, विक्की कुमार, राजेश कुमार, राकेश कुमार, सदास रजवार, विनोद राम आदि ने अपनी बात रखी।
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