गढ़वा: जिले में वाहनों की कतार और चालकों की हड़ताल के चलते यातायात पूरी तरह से ठप है। सरकार द्वारा लाए गए नए कानून के खिलाफ चालकों ने तीन दिन...
गढ़वा: जिले में वाहनों की कतार और चालकों की हड़ताल के चलते यातायात पूरी तरह से ठप है। सरकार द्वारा लाए गए नए कानून के खिलाफ चालकों ने तीन दिनों की हड़ताल का ऐलान किया है। इससे लोगों को बड़ी परेशानी हो रही है, जबकि चालकों का कहना है कि उन्हें नए कानून के खिलाफ बनाए गए दंडों का समर्थन नहीं है। चालकों ने कहा है कि जब तक सरकार अविलंब कानून वापस नहीं लेती, तब तक वाहन नहीं चलाएंगे। इस हड़ताल से गढ़वा जिले में सभी सड़कों पर वाहनों का परिचालन ठप है, जिससे यात्री और लोगों को बड़ी कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है। चालकों का कहना है कि उन्हें नए कानून में दुर्घटना पर बड़ी सजा और जुर्माना का समर्थन नहीं है, जिससे उनका आक्रोश बढ़ा है। चालक समूह ने बताया है कि अगर सरकार तीन दिनों में कोई समाधान नहीं करती, तो वे आगे भी उच्चतम समिति के साथ मिलकर और कदम उठाएंगे। चालकों का कहना है कि वे सिर्फ 5 से 8 हजार रुपये के वेतन पर काम कर रहे हैं और नए कानून में दी गई सजा और जुर्माना उच्च होने के कारण उनका जीवन और भी कठिन हो जाएगा। इन चालकों का दावा है कि केंद्र सरकार ने नौकरी नहीं देने के कारण लोगों को आर्थिक संघर्ष में डाला है, और उनका आग्रह है कि सरकार त्वरित रूप से इस कानून को वापस ले। इसके बावजूद, यह हड़ताल लोगों को बड़ी कठिनाईयों में डाल रही है, क्योंकि गढ़वा जिले से चलने वाली बसें पटना, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, वाराणसी, छत्तीसगढ़, रायगढ़ आदि के लिए बंद हैं। इस संबंध में, जुबैर अंसारी ने कहा है कि चालकों को नए कानून के खिलाफ उठाए गए सारे मुद्दे मिलकर हड़ताल में शामिल होना पड़ा है। उनका कहना है कि तीन दिनों की हड़ताल के बाद भी समाधान नहीं हुआ, तो चालक संघ किसी भी और आवश्यक कदम की घोषणा कर सकता है। इस मामले में आम लोगों को समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं, और सरकार से अपील है कि वह शीघ्र तवारित कदम उठाए ताकि लोगों को आराम से यात्रा करने का अधिकार हो सके। मौके पर इरफान खान, सरफराज, बैजनाथ बैठा, रेयाज अंसारी, भोला बैठा, संजीव कुमार, सिताराम, वीरेन्द्र मेहता, धनंजय सिंह, निर्मल तिर्की, मोती विश्वकर्मा आदि ने बताया कि केंद्र सरकार के द्वारा लिए गए फैसला के खिलाफ में सभी चालक उपचालक हड़ताल पर चले गए हैं। 3 जनवरी तक सभी गाड़ी बंद रहेगी। इन तीन दिनों में भी फैसला नहीं होगा, तो आगे एसोसियेशन के द्वारा निर्णय लिया जाएगा।
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