गढ़वा :बी एन टी सेंट मैरी पब्लिक स्कूल मेंआज प्री-दीवाली सेलिब्रेशन बड़े ही हर्षोल्लास और भव्यता के साथ आयोजित किया गया। कार्यक्...
गढ़वा :बी एन टी सेंट मैरी पब्लिक स्कूल मेंआज प्री-दीवाली सेलिब्रेशन बड़े ही हर्षोल्लास और भव्यता के साथ आयोजित किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि अनुमंडल पदाधिकारी संजय कुमार पांडे, विशिष्ट अतिथि विद्यालय के निदेशक उमाकांत तिवारी और प्राचार्य अमित तिवारी ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया।कार्यक्रम के दौरान विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने दीपावली और छठ महापर्व के महत्व को नाटक और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के माध्यम से जीवंत किया। बच्चों ने रामायण में वर्णित वह दृश्य प्रस्तुत किया जब भगवान श्रीराम चौदह वर्षों के वनवास के बाद अयोध्या लौटते हैं और पूरे नगर में दीप जलाकर दीपावली का पर्व मनाया जाता है। इस मंचन में बच्चों ने श्रीराम, लक्ष्मण, सीता, हनुमान और अन्य पात्रों की भूमिका इतनी सुंदरता से निभाई कि पूरा माहौल भक्ति और उल्लास से भर गया।इसके बाद विद्यार्थियों ने लोक आस्था के महापर्व छठ का तीन दिवसीय दृश्य भी मंचित किया, जिसमें सूर्योपासना, नदियों में अर्घ्यदान और छठ मइया के प्रति भक्ति भाव को आकर्षक ढंग से प्रस्तुत किया गया।मुख्य अतिथि एसडीओ संजय कुमार पांडे ने अपने प्रेरक संबोधन में कहा कि “दीवाली केवल दीप जलाने का पर्व नहीं, बल्कि यह अंधकार से प्रकाश, निराशा से आशा और दुःख से सुख की ओर बढ़ने का प्रतीक है।” उन्होंने विद्यालय की प्रशंसा करते हुए कहा कि “यहां बच्चों को केवल किताबों का ज्ञान नहीं, बल्कि संस्कार और जीवन मूल्य भी सिखाए जाते हैं। हर बच्चा अपने आप में एक दीपक है, और हमें इन दीपकों को वहीं जलाना चाहिए जहां समाज में अंधकार है।”उन्होंने बच्चों से पटाखों का कम प्रयोग करने और पर्यावरण की सुरक्षा का संकल्प लेने की अपील की। साथ ही सभी को दीपावली और छठ महापर्व की हार्दिक शुभकामनाएं दीं।इस अवसर पर विद्यालय के निदेशक उमाकांत तिवारी ने कहा, “हमारा उद्देश्य है कि बच्चों में भारतीय संस्कृति, परंपरा और नैतिक मूल्यों की भावना मजबूत हो। दीपावली और छठ जैसे पर्व हमें एकता, प्रेम और सेवा की सीख देते हैं।”वहीं प्राचार्य अमित तिवारी ने कहा, “हमारे विद्यार्थियों ने अपनी प्रतिभा और समर्पण से यह साबित किया है कि शिक्षा केवल पुस्तकों तक सीमित नहीं, बल्कि जीवन जीने की कला भी है।”कार्यक्रम को सफल बनाने में विद्यालय के शिक्षक-शिक्षिकाओं, अभिभावकों और समस्त स्टाफ का विशेष योगदान रहा। कार्यक्रम के अंत में सभी ने एक-दूसरे को दीपावली और छठ पर्व की शुभकामनाएं दीं।
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