आदर्श और निष्पक्ष शिक्षकों की बातें सभी विद्यार्थी सुनते व सीखते हैं - चीन्शु सिंह शिक्षक जब तनाव मुक्त होकर अध्यापन कार्य करेंगे तो उसका प...
आदर्श और निष्पक्ष शिक्षकों की बातें सभी विद्यार्थी सुनते व सीखते हैं - चीन्शु सिंह
शिक्षक जब तनाव मुक्त होकर अध्यापन कार्य करेंगे तो उसका परिणाम बेहतर होगा - के आर झा
गढ़वा। जिला पब्लिक स्कूल समन्वय समिति गढ़वा के द्वारा आज निजी विद्यालय के शिक्षकों के लिए एक दिवसीय प्रशिक्षण का कार्यक्रम स्थानीय आर.के. वी. एस. बी. एड. कॉलेज के सभागार में आयोजित किया गया. कार्यक्रम का शुभारंभ समिति के अध्यक्ष अलखनाथ पाण्डेय, सीबीएसई से आए प्रशिक्षक श्रीमती चीन्शु सिंह, के. आर. झा सचिव एम पी केशरी के द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर शुरू किया गया. समिति के सचिव एम. पी. केशरी ने इस कार्यक्रम में पधारे सभी शिक्षकों और विद्यालय के निदेशकों को स्वागत किया. अपने स्वागत संबोधन में श्री केशरी ने कहा कि जिले के सभी निजी विद्यालय शिक्षा के विकास के लिए भरपूर मेहनत कर रहे हैं, लेकिन उसका परिणाम बेहतर हो इसी के लिए यह आज का प्रशिक्षण का कार्यक्रम आयोजित है. समिति के अध्यक्ष अलखनाथ पाण्डेय ने कहा कि निजी विद्यालय का शिक्षा के क्षेत्र में बहुत बड़ा योगदान है. यह आंकड़ा राष्ट्रीय स्तर पर किए गए सर्वे पर शत प्रतिशत सही है. हमारा काम कम संसाधन में बेहतर परिणाम देना है. इसी के लिए यह कार्यशाला आयोजित की गई है कि हमारे शिक्षक बेहतर प्रदर्शन कर सकें. इसके पूर्व जिले भर से करीब 52 विद्यालयों से करीब 260 शिक्षकों का रजिस्ट्रेशन किया गया. जिसके प्रभारी महेंद्र विश्वकर्मा, सुधीर पाठक, अशोक दुबे एवं ललन साहू ने समय पर रजिस्ट्रेशन करा कर कार्यक्रम को आगे बढ़ाया.
सीबीएसई से आए प्रशिक्षक श्रीमती चीन्शु सिंह ने कहा कि समन्वय समिति द्वारा यह कार्यक्रम बहुत अच्छी पहल है. इसमें दो बातें मुख्य रूप से है एक तो अप्रशिक्षित शिक्षकों को प्रशिक्षित कर कर आज के वातावरण के हिसाब से ढाला जा रहा है और दूसरा प्रशिक्षित शिक्षकों को अपग्रेड किया जा रहा है. शायद ही कहीं ऐसा देखने को मिलता है कि सभी कोटि के निजी विद्यालय के शिक्षक एक साथ इस प्रकार का प्रशिक्षण प्राप्त कर रहें हों. शिक्षकों को संबोधित करते हुए श्रीमती सिंह ने कहा कि शिक्षकों को आज क्लास रूम का प्रबंधन तनावमुक्त, भयमुक्त होकर आनंददायक रूप से करना है. इसके बारे में उन्होंने महत्वपूर्ण जानकारी को साझा किया. जबकि दूसरे प्रशिक्षक आर.के. झा ने कहा कि जब शिक्षक का व्यवहार निष्पक्ष हो और बच्चों को पढ़ाते समय समान व्यवहार करें तो बच्चे उनसे बहुत कुछ सीखते हैं. शिक्षकों का व्यवहार ऐसा होना चाहिए कि छात्रों के आत्म सम्मान पर कोई ठेस न पहुंचे ताकि वह एक अच्छे छात्र के रूप में विकसित हो सके. प्रशिक्षण का कार्यक्रम दो सत्र में आयोजित किया गया था. भोजनावकाश के बाद पुनः गतिविधि पूर्ण शिक्षा एवं क्लासरूम प्रबंधन के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी को साझा किया गया. मौके पर समिति के उपाध्यक्ष सिस्टर रोशना, सुशील केशरी, कोषाध्यक्ष अशोक विश्वकर्मा, ब्रजेश मिश्रा, राहुल सिंह, अमरेंद्र पाठक, मोजीब खान, पवन तिवारी, तौहीद अंसारी, प्रदीप दुबे, रामानुज सिंह, संजय सोनी, यासीन मल्लिक, धर्मेंद्र देव, प्रमोद झा, संजय कुशवाहा आदि उपस्थित थे.गढ़वा जिले की खबरों के लिए channel को सब्सक्राइब करें, बेल आइकॉन को दबाएं, लाइक करें औऱ लिंक को शेयर करें।
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