गढ़वा। शहर के सोनपुरवा स्थित बी.एन.टी. संत मैरी स्कूल में मदर्स डे के उपलक्ष में विद्यार्थियों के संपूर्ण भावनात्मक ,मानसिक एवं ...
गढ़वा। शहर के सोनपुरवा स्थित बी.एन.टी. संत मैरी स्कूल में मदर्स डे के उपलक्ष में विद्यार्थियों के संपूर्ण भावनात्मक ,मानसिक एवं नैतिक विकास हेतु विभिन्न गतिविधियों का सफल आयोजन किया गया। मां के प्रति प्रेम, सम्मान और कृतज्ञता व्यक्त करने के लिए भारत समेत कई देशों में हर साल मई के दूसरे रविवार को मदर्स डे मनाया जाता है। इसी कड़ी में विद्यालय के कक्षा एलकेजी से कक्षा दूसरी तक के छात्र-छात्राओं ने अपने अपने माता के पारंपरिक परिधान में सज-धज कर रोल प्ले के साथ-साथ अपने मां से सीखी हुई पांच अच्छी सीख को शिक्षिकाओं के समक्ष प्रस्तुत किया। नन्हें- मुन्हें बालक एवं बालिकाओं की मां के गीतों पर नृत्य प्रस्तुति किसी झांकी से कम नहीं लग रही थी। इसी क्रम में वर्ग 3 से 5 तक के विद्यार्थियों ने 'थैंक्स नोट टू मदर' एक्टिविटी में बड़े उत्साह से भाग लिया ,इस एक्टिविटी के लिए निर्धारित समय 45 मिनट दिया गया था, जिसमें ग्रीटिंग कार्ड बनाते हुए बच्चों को 40 से से 60 शब्दों में अपने मां को थैंक्स नोट लिखना था। तीसरे स्तर की गतिविधि में वर्ग 6 से वर्ग 8 तक के विद्यार्थी शामिल थे ।इनके इंग्लिश स्पीच कंपटीशन के शीर्षक के रूप में 'व्हाट माई मदर मीन टू मी अथवा माई मदर इज माई हीरो रखा गया था। उपरोक्त विषयों पर छात्र-छात्राओं ने बढ़-चढ़कर भाषण प्रस्तुत किया और अपनी मां के प्रति संवेदना तथा प्रेम को व्यक्त किया। वहीं सीनियर वर्ग के कक्षा नवीं से 12वीं के विद्यार्थियों के बीच क्रिएटिव राइटिंग कंपटीशन के तहत पत्र तथा निबंध लेखन का आयोजन किया गया। जिसका टॉपिक 'ए लेटर टू माय मदर' तथा 'मेरी मां का मेरे जीवन में प्रभाव' रखा गया था। इसके लिए कुल निर्धारित समय 30 मिनट तथा अधिकतम शब्दों की सीमा 200 से 250 रखी गई थी, साथ ही साथ इसके विभिन्न रुबिक भी तय किए गए थे।
मातृत्व दिवस के अवसर पर विद्यार्थियों ने एक निश्चित समय अवधि में आर्ट एंड क्राफ्ट प्रतियोगिता में रोमांचकारी तरीके से भाग लिया, जहां विद्यार्थियों के द्वारा अपने शिक्षक समूह के बीच आर्ट एंड क्राफ्ट बनाने के साथ-साथ पृष्ठ पर मातृत्व प्रेम को लेकर अंग्रेजी भाषा में थैंक यू नोटिस भी लिखा गया। विद्यालय के निदेशक उमाकांत तिवारी ने विद्यार्थियों के उत्कृष्ट सहभागिता एवं प्रदर्शन के लिए उन्हें तथा शिक्षक शिक्षिकाओं को धन्यवाद देते हुए कहा कि इस तरह के सहगामी गतिविधियों से छात्र-छात्राओं का सर्वांगीण विकास सुनिश्चित होता है तथा बच्चों को विभिन्न विषयों पर जानकारी प्राप्त होती है। विद्यालय के प्रधानाचार्य अमित कुमार तिवारी ने विद्यार्थियों के संबोधन में कहा कि माता किसी भी बच्चों की प्रथम गुरु होती है। मातृत्व प्रेम पर आयोजित गतिविधियां सिर्फ भावना ही नहीं है अपितु यह कार्यक्रम हमारे संस्कृति के अनुरूप भी है, जहां विद्यार्थियों का मानसिक विकास के साथ-साथ संवेगिक विकास भी होता है। उन्होंने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि मातृत्व दिवस को मनाने की शुरुआत औपचारिक रूप से 9 में 1914 को अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति वुड्रो विल्सन ने की थी ,उस समय अमेरिकी संसद में कानून पास करके हर साल मई महीने के दूसरे रविवार को मदर्स डे मनाने का फैसला लिया गया था। कार्यक्रम समाप्ति के अवसर पर उन्होंने कहा कि विभिन्न प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को उत्कृष्ट सहभागिता प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया जाएगा। उपरोक्त सभी गतिविधियों का सफलतापूर्वक समन्वय सीसीए इंचार्ज रूपम दुबे तथा उप प्रधानाचार्य संजीव रंजन तिवारी के द्वारा किया गया, जिसमें रुकमणी द्विवेदी, शुभ्रा पांडे, अभिषेक कुमार, जागृति तिवारी, अनुप्रिया पाठक, इशिका दुबे, हर्षित सोनी, सुमन तिवारी, नगमा फिरदौस, विनीत पांडे, पूजा सिन्हा, निधी ठाकुर इत्यादि सभी शिक्षक शिक्षिकाओं की सराहनीय भूमिका रही।
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